शहीदों की 13वीं पर जैश तबाह


पाक में घुसकर एयर स्ट्राइक
भारतीय सेना ने एक बार फिर पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर अपनी ताकत दिखा दी है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान सुधरने की कोशिश करेगा? या फिर भारतीय सेना को फिर दूसरे तरीके से पाकिस्तान को समझाने की कोशिश करनी पड़ेगी। वैसे जब-जब पाकिस्तान ने जंग की हिम्मत की है, उसे मुंह की खानी पड़ी है। इतिहास गवाह है कि 1965 से लेकर अब तक जब पाकिस्तान युद्ध के मैदान में आया, उसे करारी शिकस्त मिली…
भारत ने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया है। भारतीय वायुसेना ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर कई आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया। हिंदुस्तान ने पाकिस्तान पर यह कार्रवाई 13वें दिन की है। वैसे तो 13वें दिन को हिंदू रिति-रिवाज में अच्छा नहीं माता जाता है, लेकिन यह 13वां दिन इतिहास में दर्ज हो गया और देश में जश्न का माहौल है। हिंदू धर्म में किसी के मरने की तिथि से 13वें दिन किया जाने वाला पिंडदान संस्कार होता है। इसके बिना इस संस्कार की पूर्णता नहीं होती है। इसमें 13 ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है। बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जवानों की शहादत के बाद से ही लोग सरकार से पाकिस्तान से बदला लेने की मांग कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कड़े शब्दों में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने सेना को खुली छूट देने की बात कही थी। वहीं विपक्ष भी पुलवामा हमले को लेकर सरकार के साथ खड़ा था। सोमवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतरामण ने तीनों सेना के प्रमुखों और भारतीय दूतावास के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक को खत्म हुए अभी 24 घंटे भी नहीं हुए


बालाकोट के लोग बोले, ऐसा लगा जलजला आ गया हो
नई दिल्ली:: खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में भारत की इस एयर स्ट्राइक के बाद दशहत का माहौल है। यहां के स्थानीय निवासी मोहम्मद आदिल ने बताया कि तीन बजे का वक्त था, बहुत तेज आवाज आई, ऐसा लगा जैसे जलजला आ गया। बाद में पता चला कि वहां धमाका हुआ है, इसमें कई घर तबाह हो गए हैं। पांच से दस मिनट तक जहाजों की आवाज आई फिर वह बंद हो गई। बालाकोट स्थित लाहौर होटल के मालिक ने बताया कि यहां सुबह तड़के बमबारी हुई थी…


कि भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।


13 ठिकानों पर थी नजर


भारत की सुरक्षा एजेंसियों के पास पाकिस्तान में उन 13 ठिकानों की जानकारी थी, जहां से जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन चला रहा था। इस हवाई हमले में बालाकोट के इलाके के लांच पैड को भारतीय सेना ने नष्ट किया है। कुछ दिनों से इन सभी लांच पैड पर सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से नजर रखी जा रही थी।


यूं अंजाम दी एयर स्ट्राइक
12 मिराज-2000 विमानों ने बैचों में ग्वालियर एयर बेस से उड़ान भरी।


सभी मिराज जेट करीब 500 /1000आईबी लेजर-गाइडेड बम से लैस थे।


मिराज-2000 जेट्स में इजरायली लाइटिंग टारगेटिंग पॉड्स थे।


भारतीय वायुसेना के एक जेट ने बठिंडा से उड़ान भरी।


इसके साथ ही, वायुसेना के मिड एयर रिफ्यूलिंग टैंकर ने आगरा से उड़ान भरी।


इस दौरान हवा में निगरानी रखने के लिए भारतीय वायुसेना हेरोन सर्विलांस भी टीम के साथ था।


मिराज-2000 के पायलटों ने टारगेट्स की अंतिम जांच की।


फिर उन्हें कमांड सेंटर से आगे बढ़ने के लिए मंजूरी दे दी गई।


मिराज-2000 जेट विमानों ने एलओसी के निचले स्तर पर उड़ान भरी।


मिराज-2000 जेट के पायलटों ने लेजर पॉड्स का इस्तेमाल टारगेट्स को पेंट करने के लिए किया।


अंत में, मिराज-2000 जेट विमानों ने बमों के अपने पेलोड को गिरा दिया।


ऐसे की थी तैयारी
एयरचीफ मार्शल बीएस धनोवा ने बनाया था एयर स्ट्राइक का प्लान


15 फरवरी को रक्षामंत्री के साथ बैठक में दी जानकारी


19 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्रवाई को दिया खुला समर्थन


20-21 को भारतीय ड्रोन ने खैबर पख्तूनवा के कैंप तक जाकर जुटाए सबूत


पाकिस्तान की सीमा के अंदर 80 किमी घुसकर वायुसेना ने ड्रोन भेजकर की थी रेकी


सूत्रों के अनुसारहमले में 350 आतंकी ढेर, जिनमें से 25 ट्रेनर


पाक में सक्रिय आतंकियों पर पहली एयर स्ट्राइक
किसी आतंकी संगठन के खिलाफ भारत की यह पहली बड़ी एयर स्ट्राइक है। इससे पहले 1971 की जंग और 1999 की कारगिल की जंग के वक्त भारतीय वायुसेना ने इस तरह की कार्रवाई की थी। दोनों ही मौकों पर भारत की कार्रवाई पाक सेना के खिलाफ थी। 2016 के उड़ी हमले के बाद भी भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, लेकिन उसमें वायुसेना की जगह पैराट्रूपर्स को आतंकी कैंपों को तबाह करने भेजा गया था।


पाक ने की थी जवाब देने की कोशिश
वायुसेना सूत्रों ने बताया कि पाक के एफ-16 विमानों ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन मिराज-2000 लड़ाकू विमान की फार्मेशन को देखकर वे वापस लौट गए। पश्चिमी एयर कमांड ने आपरेशन का को-आर्डिनेशन किया।


भारत के जवाब से बौखलाया पाक
सांसदों ने इमरान से मांगा जवाब; हिना बोलीं, पाक में एमर्जेंसी जैसे हालात


इस्लामाबाद –पुलवामा हमले के जवाब में भारत की जवाबी एयर स्ट्राइक से पाकिस्तानी संसद में भी घमासान मच गया। सांसदों ने संसद में इमरान खान के विरोध में शेम-शेम के नारे लगाए। पाकिस्तानी सांसदों ने बौखलाहट में भारत पर मनगढ़ंत आरोप लगाए और जवाब देने की धमकी दी। उधर, पाक की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने इमरान खान पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश में एमर्जेंसी जैसे हालात हैं। इमरान खान संसद में आकर जवाब दें। हिना ने इस्लामिक देशों के संगठन (ओआईसी) में सुषमा स्वराज के गेस्ट ऑफ ऑनर बनाए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ओआईसी में हिंदुस्तान की विदेश मंत्री को गेस्ट ऑफ ऑनर बनाया गया है। पाकिस्तान को इस सम्मेलन का बॉयकॉट करना चाहिए। वहीं विपक्षी नेताओं ने संयुक्त संसदीय सत्र की मांग की है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह ने कहा है कि संयुक्त संसदीय सत्र बुलाया जाना चाहिए। शाह ने कहा कि हम युद्ध की स्थिति में हैं। संसद को एक साथ बैठकर फैसला करना चाहिए। वहीं पीएमएल-एन के नेता और पूर्व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी संयुक्त संसदीय सत्र बुलाने की मांग की है।


हमें आता है जवाब देना
पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने देशवासियों को धैर्य से रहने की सलाह दी। जवाबी हमले से तिलमिलाए कुरैशी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को जवाब देना आता है। उन्होंने पाकिस्तान को ही शांतिप्रिय देश घोषित कर दिया।


निक्की हेली बोलीं, पाक को न मिले अमरीकी सहायता
न्यूयार्क। संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की पूर्व दूत रहीं निक्की हेली ने कहा है कि पाक का आतंकियों को शरण देने का एक लंबा इतिहास रहा है, जब तक वह अपना व्यवहार सुधार नहीं लेता, तब तक अमरीका को चाहिए कि वह इस्लामाबाद को एक डालर भी नहीं दे। निक्की हेली ने पाक के लिए वित्तीय सहायता को बुद्धिमानी से प्रतिबंधित करने के लिए ट्रंप प्रशासन की सरहाना भी की। हेली ने एक नए नीति समूह ‘स्टैंड अमरीका नाउ’ की स्थापना की है जो इस बात पर ध्यान केंद्रित करेगा कि अमरीका को सुरक्षित, मजबूत और समृद्ध कैसे रखा जाए। हेली ने लिखा है कि जब अमरीका राष्ट्रों को सहायता मुहैया कराता है तब ‘यह पूछना अधिक उचित है कि हमारी उदारता के बदले में अमरीका को क्या मिलता है। इसके बजाए पाकिस्तान ने नियमित रूप से कई मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र में अमरीकी रुख का विरोध किया है।


भारत की कार्रवाई को आस्ट्रेलिया का साथ
मेलबोर्न। पुलवामा हमले के जवाब में भारत की तरफ से की गई कार्रवाई को सबसे पहले आस्ट्रेलिया से समर्थन मिला है। आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मैरिस पाइन ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी भूमि पर सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद आस्ट्रेलिया की सरकार भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को लेकर चिंतित है। आस्ट्रेलिया ने इस हमले की निंदा की थी। आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी भूमि पर सक्रिय 14 फरवरी की घटना को अंजाम देने वाले आतंकी संगठनों और लश्कर के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें जैश के खिलाफ कार्रवाई के लिए सभी कदम उठाने चाहिए।


इंडियन आर्मी ने ट्वीट की दिल छू लेने वाली कविता
भारतीय वायुसेना की पाक पर कड़ी कार्रवाई की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है और अब भारतीय सेना ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है। इंडियन आर्मी ने दिल छू लेने वाली कविता को ट्वीट किया गया है…


क्षमाशील हो रिपु-समक्ष


तुम हुए विनीत जितना ही,


दुष्ट कौरवों ने तुमको


कायर समझा उतना ही।


सच पूछो, तो शर में ही


बसती है दीप्ति विनय की,


संधि-वचन संपूज्य उसी का, जिसमें शक्ति विजय की।


यह कविता राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की है। उन्होंने यह कविता ‘शक्ति और क्षमा’ शीर्षक से लिखी थी। दिनकर अपनी ओजस्वी कविता और रचनाओं के लिए बेहद लोकप्रिय रहे हैं। उनकी रश्मिरथी और परशुराम की प्रतीक्षा बेहद चर्चित कृतियां हैं।


जब-जब पाक ने आंख उठाई, भारत ने सिखाया सबक
28 अक्तूबर, 2016 (सर्जिकल स्ट्राइक)


18 सितंबर, 2016 को उड़ी हमले में 19 जवानों के शहीद होने के बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। आतंकी ठिकानों को क्षत-विक्षत कर दिया था। इस हमले से पाकिस्तान बौखला गया था, लेकिन इसके बाद भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। उड़ी कैंप में सो रहे निहत्थे सैनिकों को आतंकियों ने निशाना बनाया था। हमले के बाद मोदी सरकार ने कहा था कि आतंकियों को इसका करारा जवाब दिया जाएगा। इसके दस दिन बाद ही 28-29 सितंबर की रात को पीओके में घुसकर भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए आतंकियों के कैंपों को उड़ा दिया था। भारतीय सेना के बहादुर स्पेशल फोर्सेज के सात दस्तों ने इस पूरे आपरेशन को अंजाम दिया था। बिना किसी जवान को खोए दुश्मन के घर घुसकर भारतीय रणबांकुरों ने 50 से अधिक आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया था।


1999 करगिल युद्ध (पाक को मिली थी हार)
साल 1999 में भारत और पाकिस्तान का तीसरा युद्ध हुआ था, जिसे करगिल युद्ध के नाम से जाना जाता है। यह युद्ध करगिल में हुआ था, जिससे इसे करगिल युद्ध के नाम जाना जाता है। दरअसल, पांच मई, 1999 को पाकिस्तानी आर्मी ने 23 साल के कैप्टन सौरभ कालिया और उनके पांच साथियों (नरेश सिंह, भीखा राम, बनवारी लाल, मूला राम और अर्जुन) को बंधक बना लिया था। भारत को जब इनके शव सौंपे गए, तो पता चला कि मौत से पहले इनके साथ जुल्म किया था। जम्मू और कश्मीर के करगिल जिला और नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान के सैनिकों और कश्मीरी आतंकवादियों की घुसपैठ इस युद्ध की वजह थी। करगिल इलाके से दुश्मनों को निकाल बाहर करने के लिए ‘आपरेशन विजय’ चलाया गया था। इस अभियान में भारतीय वायुसेना ने हिस्सा लिया था और करीब 60 दिनों तक चले इस युद्ध में भारत ने टाइगर हिल पर कब्जा कर लिया और पाकिस्तानी सेना को पीछे हटना पड़ा।


1971 का युद्ध (पाक को टेकने पड़े थे घुटने)
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत ने एयर स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान को धूल चटाई थी। 1971 के युद्ध में भारत की 14 दिनों में जीत हो गई थी और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। स्वतंत्र बांग्लादेश के निर्माण में मुख्य भूमिका उस अत्याचार की थी जो वेस्ट पाकिस्तान, ईस्ट पाकिस्तान पर कर रहा था। 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तानी वायुसेना द्वारा भारत के अमृतसर और आगरा समेत कई शहरों को निशाना बनाया गया था। उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने की ठान ली थी। 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने ढाका में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद लगा था कि पाकिस्तान सुधर जाएगा, लेकिन आज तक उसकी हरकत जारी है।


1965 की जंग (भारतीय सेना ने दिखाई थी ताकत)
यह युद्ध पाकिस्तान के आपरेशन जिब्रॉल्टर के साथ शुरू हुआ था, पाकिस्तान की साजिश थी कि जम्मू-कश्मीर में सेना भेजकर वहां भारतीय शासन के विरुद्ध विद्रोह शुरू की जाए। इसके जवाब में भारत ने पश्चिमी पाकिस्तान पर बड़े पैमाने पर सैन्य हमले शुरू कर दिए। 17 दिनों तक चले इस युद्ध में हजारों की संख्या में जनहानि हुई थी। आखिरकार सोवियत संघ और संयुक्त राज्य के हस्तक्षेप से युद्धविराम घोषित किया गया।


Popular posts from this blog

भारत विदेश नीति के कारण वैश्विक शक्ति बनेगा।

स्वरोजगारपरक योजनाओं के अंतर्गत ऑनलाइन ऋण वितरण मेले का किया गया आयोजन

बांसडीह में जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर दर्जनों लोगों ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन