जब दोबारा पास हुए, तब उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स के रूप में योग्य माना गया
सोनभद्र।
भारत निर्वाचन अयोग के दिषा-निर्देषों प्रषिक्षण में आत्मसात करते हुए आगामी पीठासीन अधिकारियों तथा मतदान अधिकारियों के प्रषिक्षण को पूरी गुणवत्ता के साथ मास्टर ट्रेनर्स देंगंे। वास्तव में प्रषिक्षण ही सफलता का आधार होता है। प्रषिक्षण से, व्यक्ति में नई ऊर्जा का संचार होता है, लिहाजा मास्टर टेªनर्स प्रषिक्षण की बारीकियों को समझें, शंका का समाधान कराते हुए बेहतर प्रषिक्षण प्राप्त करें।
उक्त बातें जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल व मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी अधिकारी कार्मिक अजय कुमार द्विवेदी ने संयुक्त रूप से मास्टर ट्रेनर प्रषिक्षण को सम्बोधित करते हुए कहा। कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल मे ंआयोजित मास्टर ट्रेनर्स प्रषिक्षण मंें जिलाधिकारी श्री अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी श्री द्विवेदी व जिला विकास अधिकारी श्री रामबाबू त्रिपाठी ने विस्तार से दिषा-निर्देषों से मास्टर ट्रेनर्स को अवगत कराया। विधान सभा घोरावल व राबर्ट्सगंज का प्रषिक्षण प्रथम पाली में व विधान सभा ओबरा तथा दुद्धी का प्रषिक्षण द्वितीय पाली में सम्पन्न हुआ। प्रषिक्षण में मास्टर ट्रेनरों द्वारा उठाये गये सवालों का शंका समाधान किया गया। प्रषिक्षण के बाद प्रषिक्षण की गुणवत्ता का इम्तेहान लिया गया। इम्तेहान में पास होने वाले मास्टर ट्रेनरोें को काबिल माना गया, जो मास्टर ट्रेनर्स ट्रेनिंग सम्बन्धी इम्तेहान में फेल हुए, उन्हें दोबारा दो-दो ट्रेनर्स लगाकर प्रषिक्षण देकर दोबारा इम्तेहान/टेस्ट लिया गया। जब दोबारा पास हुए, तब उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स के रूप में योग्य माना गया। प्रषिक्षण में बैलेट यूनिट, कन्ट्रोल यूनिट के साथ ही विषेष रूप से जिले में पहली बार सभी बूथों पर इस्तेमाल होने वाली वीवी पैट के बारे मंें विस्तार से जानकारी दी गयी।
मास्टर ट्रेनर्स के प्रषिक्षण में जिलाधिकारी श्री अग्रवाल के अलावा मुख्य विकास अधिकारी श्री द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी श्री रामबाबू त्रिपाठी, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर दिव्यतोष मिश्रा, मास्टर ट्रेनर्स सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।