25 मुद्दों पर योगी सरकार को घेरेगी सपा, ‘क्रांति दिवस‘ पर देगी धरना
लखनऊ।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में जीत के बाद से भाजपा द्वारा सत्ता के नशे में चूर होकर जनता पर अत्याचार किए जा रहे हैं। सामाजिक सद्भाव बिगाड़ा जा रहा है। किसान, नौजवान, अल्पसंख्यक, गरीब, बेरोजगार सभी बेहाल हैं। इन हालात में समाजवादी पार्टी चुप नहीं बैठ सकती है। 9 अगस्त 2019 'क्रांति दिवस' को प्रत्येक जनपद मुख्यालय के धरना कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के नेताओं, सांसदों, विधायकों, कार्यकर्ताओं सहित समाजवादी पार्टी के सभी युवा संगठन, महिला सभा तथा अन्य प्रकोष्ठों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। समाजवादी पार्टी प्रमुख मुद्दों पर राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपेगी। अखिलेश ने बताया है कि समाजवादी पार्टी ने 9 अगस्त को अपने 25 मुद्दों को लेकर धरना कार्यक्रम रखा है।
अखिलेश ने आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा कि भाजपा की राज्य सरकार में जून 2019 तक अनगिनत अपराधों की श्रृंखला है। हाल के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 729 हत्याएं, 803 बलात्कार, 799 घरों में लूट और घरों में डकैती के 60 मामले दर्ज हो चुके हैं। अपहरण के 2500 मामले दर्ज हुए हैं। महिलाएं और बच्चियां तक सुरक्षित नहीं है। व्यापारी दिनदहाड़े लूटे जा रहे हैं। सरेराह अपहरण की घटनाएं हो रही है, प्रदेश पूरी तरह जंगलराज में तब्दील हो चुका है।
अखिलेश ने कहा कि समाज विशेष के प्रति प्रशासन की उत्पीड़नकारी नीतियों के चलते कितने ही परिवार पुलिस के उत्पीड़न के शिकार हुए हैं कई निर्दोषों को फर्जी मुठभेड़ दिखाकर मौत के घाट उतार दिया गया है। कोई जनपद ऐसा नहीं बचा जहां चुन-चुन कर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को निशाना न बनाया गया हो। अपराधी स्वच्छंद है और भाजपा नेताओं के संरक्षण में पनाह पा रहे हैं। लोकतंत्र लोकलाज से चलता है, सरकार का दायित्व संविधान की रक्षा करना है। यदि भाजपा राज के मनमाने रवैये पर रोक नहीं लगी तो राज्य अराजकता की भेंट चढ़ जाएगा। 9 अगस्त 2019 को समाजवादी पार्टी जनता के आक्रोश को अभिव्यक्ति देने के लिए धरना देगी।
समाजवादी पार्टी के 25 मुद्दे :-
1-उन्नाव रेप पीड़िता के साथ न्याय होना चाहिए। इस प्रकरण से सम्बन्धित विधायक को उत्तर प्रदेश के बाहर के राज्य की जेल में स्थानान्तरित किया जाये।
2-भाजपा राज में प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त, चारों तरफ जंगलराज व्याप्त। फर्जी एनकाउन्टर हो रहे है। लोकतंत्र पर भीड़तंत्र भारी। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न, विशेष वर्गो में हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं।
3-सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में जिस जमीन के लिए खूनी नरसंहार हुआ, उस जमीन को आदिवासियों को आवंटित कर राजस्व अभिलेख में उनका नाम स्थायी रूप से दर्ज किया जाय। सोनभद्र के उम्भा गांव के नरसंहार की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाय। अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार कर फास्ट टै्रक कोर्ट की स्थापना कर अविलम्ब सजा दिलाई जाय। भू-माफिया, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों तथा कर्मचारियों की भूमिका की जांच कराने के साथ ही उनकों नौकरी से बर्खास्त किया जाय। सोनभद्र और मिर्जापुर के आदिवासी जनजातियां जिन सरकारी जमीनों पर बसी हुई हैं उनका भौतिक सत्यापन कर राजस्व अभिलेख में उनका नाम दर्ज किया जाय तथा उम्भा गांव के प्रत्येक परिवार को पक्का आवास उपलब्ध किया जाय।
4-किसानों का कर्ज माफ नहीं, बदहाली में किसान आत्महत्या कर रहे। खाद, बीज, कीटनाशक दवायें महंगी होने से किसान तबाह। गन्ना किसानों का बकाया मूल्य का भुगतान अभी तक क्यों नहीं किया गया?
5-ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित, किसानों की दिक्कतें बढ़ी, बिजली दरों में भारी वृद्धि, आम जनता की कमर टूटी।
6-जौहर विश्वविद्यालय में राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा अत्याचार तत्काल बन्द हो। सांसद मो0 आजम खां के ऊपर लगे फर्जी मुकद््मे समाप्त किये जाये। विधायक अब्दुल्ला आजम खां का उत्पीड़न एवं अवैध कार्यवाही पर रोक लगे।
7-ई0वी0एम0 मशीन पर मतदाताओं का भरोसा नहीं, मतदाताओं को बिना उलझन के सुविधाजनक मतदान की दृष्टि से एवं निष्पक्ष-स्वतंत्र चुनाव बैलेट पेपर से कराने की व्यवस्था हो, जनता के विश्वास की बहाली के लिए बैलेट से चुनाव आवश्यक।
8-महिलाओं के साथ छेड़खानी, बलात्कार, बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या, अपहरण की घटनाओं में बाढ़ आ गई है।
9-डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दामां में लगातार वृद्धि से जनता परेशान।
10-नौजवान और मजदूर बेरोजगारी के शिकार। विभिन्न उद्योगों में छंटनी से बेकारी में भारी वृद्धि।
11-सड़कों के गड््ढ़ा मुक्त करने की योजना भ्रष्टाचार की शिकार। यातायात एवं परिवहन में दिक्कत।
12-समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न, विशेष वर्गो में हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं।
13-हाई स्कूल, इण्टर के परीक्षा शुल्क में 150 से 182 प्रतिशत की बढ़ोतरी से लाखों निर्धन छात्रों का भविष्य अंधकार में। फीस वृद्धि वापिस हो।
14-सरकारी संरक्षण में खोले गये कान्हा गौ आश्रय स्थल में बजट की लूट के चलते पूरे प्रदेश में लाखों गायों की मौत हुई।
15-अल्पसंख्यकों पर फर्जी मुकद््में लगाये जा रहे हैं, उनका फर्जी एनकाउन्टर भी हो रहा है। अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न रोका जाये।
16-भाजपा शासन में लोक सेवा आयोग की भर्तियों में धांधली व भ्रष्टाचार।
17- आरक्षण पर संकट, पिछड़ा वर्ग, अनु0जाति/अनु0जनजाति का आरक्षण समाप्त करने की साजिश हो रही है।
18-नकली शराब का धंधा बंद हो, नकली शराब माफियाओं को जेल में डालें।
19-भाजपा के लोग खनन से जुड़े हैं। खनन माफिया राज खत्म हो। मिट्टी, मौरंग बालू के दामों में भारी वृद्धि पर रोक लगे।
20-स्वास्थ्य सेवायें चरमरायी, सरकारी अस्पतालों की हालत खराब, मरीजों को न दवा न इलाज/प्राइवेट अस्पतालों में लूट पर रोक लगे।
21-व्यापार में मंदी/उद्योगों में छंटनी/व्यापारियों का उत्पीड़न बंद हो।
22-अवस्थापना सुविधाओं बिजली, पानी, सड़क का अभाव। नहर, नदी, नालों की ओर ध्यान दिया जाये।
23-जायज हक की मांग करने और सरकार के विरूद्ध शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर छात्रों, युवाओं का उत्पीड़न। उन्हें शिक्षा संस्थाओं में प्रवेश से भी वंचित करना बंद हो। विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में छात्र संघों के चुनाव कराये जाये।
24-नोटबंदी के बाद जीएसटी की मार से छोटे दुकानदारों के उत्पीड़न में वृद्धि, इस्पेक्टर राज से व्यापार चैपट।
25-भाजपा राज में प्रदेश का विकास कार्य ठप्प है, समाजवादी सरकार के कार्यो पर ही भाजपा सरकार अपना नाम दे रही है, भाजपा के सभी दावें झूठे हैं।