बिजिलेंस अधिकारी ने हास्टल की जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए 30 दिन का दिया समय
पूर्व सहायक नाजिर के अवकाश पर चले जाने के चलते लटकी हॉस्टल की जांच
सुलतानपुर।
पूर्व सहायक नाजिर के खिलाफ चल रही जांच के मामले में गठित टीम पेशी पर रिपोर्ट ही नहीं पेश कर सकी। इसके पीछे पूर्व सहायक नाजिर के जरिये अवकाश लेकर चले जाने की वजह से जांच में सहयोग न करने की बात सामने आयी। बिजिलेंस अधिकारी आनन्द प्रकाश ने आगामी 20 सितम्बर तक टीम से हास्टल के सम्बंध में जांच रिपोर्ट तलब की है।
मालूम हो कि बेलाल अहमद एडवोकेट ने जिला न्यायालय के पूर्व सहायक नाजिर विजय गुप्ता के खिलाफ भ्रष्टाचार के सहारे करोड़ों की सम्पत्ति जुटा लेने का आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय के प्रशासनिक जज व सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश समेत अन्य से शिकायत की थी। प्रकरण की जांच कुटुम्ब न्यायालय के जज व बिजिलेंस अधिकारी आनन्द प्रकाश को मिली है। शिकायतकर्ता बेलाल अहमद ने पूर्व सहायक नाजिर विजय गुप्ता व उनकी पत्नी के नाम से दर्ज 34 बैंक खातों का हवाला देते हुए तिथिवार आय का ब्यौरा तलब करने एवं हास्टल की जांच कराने की मांग की थी। जिसके सम्बंध में जांच अधिकारी आनन्द प्रकाश ने हास्टल की जांच के लिए न्यायिक कर्मी केके मालवीय के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है। जांच अधिकारी ने 20 अगस्त तक हास्टल के सम्बंध में सम्पूर्ण बिन्दुओं पर जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। मिली जानकारी के मुताबिक इस बीच पूर्व सहायक नाजिर विजय गुप्ता अवकाश लेकर चले गये और जांच में सहयोग न करने की बात सामने आयी। नतीजतन जांच टीम अपनी रिपोर्ट ही नहीं दे सकी। बिजिलेंस अधिकारी आनन्द प्रकाश ने आगामी 20 सितम्बर तक जांच टीम को हास्टल के सम्बंध में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।