डीएम महराजगंज और एसडीएम निचलौल समेत 5 निलम्बित
गो-सदन के संचालन में गम्भीर अनियमितता का मामला
लखनऊ।
जिला गो-सदन मधवलिया, महराजगंज के संचालन में गम्भीर अनियमितताओं के लिए जिलाधिकारी महराजगंज अमरनाथ उपाध्याय, तत्कालीन उप जिलाधिकारी निचलौल देवेन्द्र कुमार एवं वर्तमान उप जिलाधिकारी सत्यम मिश्रा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी महराजगंज डाॅ0 राजीव उपाध्याय, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी निचलौल डाॅ0 वी0के0 मौर्य को प्रारम्भिक जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए शासन द्वारा इन अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर इनके विरुद्ध अनुशासनिक जांच संस्थित किये जाने का निर्णय लिया गया है।
ज्ञातव्य है कि जिला गो-सदन मधवलिया, महराजगंज की प्रबन्ध कार्यकारिणी में जिलाधिकारी महराजगंज अध्यक्ष एवं उप जिलाधिकारी निचलौल सदस्य के रूप में नामित हैं।
इस संबंध में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने लोकभवन में आयोजित पे्रसवार्ता कर बताया कि मधवलिया गो-सदन में गोवंश की बड़े पैमाने पर कमी एवं वृहद परिमाण में भूमि को लीज पर दिये जाने की जांच करायी गयी। जांच में निराश्रित गोवंश पशुओं की रजिस्टर में अंकित संख्या 2500 एवं स्थलीय भ्रमण के उपरान्त पायी गयी संख्या 954 में अत्यधिक अन्तर पाया गया। इतने व्यापक स्तर पर गोवंश की कमी पर जांच समिति ने गम्भीर अनियमितता तथा लापरवाही पायी है। इससे प्रतीत होता है कि गोवंश की संख्या जानबूझकर अधिक दर्शायी गयी, जिससे प्रथम दृष्टया बड़े पैमाने पर शासकीय धनराशि के दुरुपयोग एवं वित्तीय अनियमितता परिलक्षित हुई है।
इस गो-सदन हेतु 500 एकड़ भूमि का कब्जा वन विभाग से पशुपालन विभाग को दिया गया था। गो-सदन समिति द्वारा लगभग 328 एकड़ भूमि को निर्धारित समयावधि के लिये हुन्डा पर कृषकों एवं अन्य व्यक्तियों/फर्म को दे दिया गया, जो विधिक प्रक्रिया के अनुरूप नहीं है तथा गो-सदन समिति के अधिकार क्षेत्र के बाहर है।