मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू की आपात सेवा 112
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एकीकृत आपात सेवा 112 और वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा पहल सवेरा की शुरुआत की।
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहाकि डॉयल 112 और सवेरा की शुरुआत पर मुझे खुशी है। देश के सबसे बड़े राज्य के सबसे बड़े पुलिस बल की नई शुरुआत की खुशी भी है। सभी थानों में अलग महिला सेल की भी जरूरत है।
योगी ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह की मौजूदगी में कहा कि प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों को और संवेदनशील होकर जनता की सुरक्षा के लिए काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में 112 को एकीकृत रूप से हेल्प सेवा के रूप में स्थापित करना है। फायर, एम्बुलेंस, आपात स्थिति, आदि विभिन्न सहयोग के लिए अलग-अलग फोन नंबर याद करने की जरूरत नहीं होगी। विभिन्न तकनीकों के माध्यम से रेस्पोंस टाइम में कमी लाई जाएगी। अब सवेरा पहल के माध्यम से बुजुर्गो को सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इसी प्रकार महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए। बिना भेदभाव के सभी को सुरक्षा उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि नई सेवा से पुलिसकर्मी तकनीक के साथ आमजन का विश्वास प्राप्त करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। पुलिस ने समय के साथ बहुत सुधार किया है। प्रदेश की पुलिस काफी पब्लिक फ्रेंडली होकर आमजन के करीब पहुचीं है।
योगी ने कहा कि अभी कुछ समय तक डॉयल 100 साथ चलेगा बाद में 112 ही लगातार चलेगा। अब डॉयल 112 को प्रमोट करना होगा। 108 और 102 मेडिकल सेवा, 1090 और सीएम हेल्पलाइन सभी सेवाओं को एक साथ जुड़ने का बेहतर उदाहरण है। अब अलग-अलग काम के लिए अलग नम्बर की जरूरत नहीं है। 108 से देर लगे तो 112 डॉयल किया जा सकता है। नई तकनीक से कॉलर तक सेवा तुरंत पहुंचेंगी। रिस्पांस टाइम के साथ रूट चार्ट भी बनेगा। यूपी पुलिस ने वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी बेहतर पहल की है। जिनका कोई सहारा नहीं उनमें नया विश्वास पैदा होगा। मेरा मानना है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए घर की हिंसा पर हेल्पलाइन भी इससे जुड़नी चाहिए।